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महाशिवरात्रि 2025: जानें चार प्रहर के शुभ पूजन मुहूर्त, मंत्र और विधि
- Repoter 11
- 26 Feb, 2025
आज, 26 फरवरी 2025, महाशिवरात्रि का पावन पर्व है, जो भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस दिन रात्रि के चार प्रहरों में शिव पूजा का विशेष महत्व है।
चार प्रहरों के पूजन मुहूर्त:
- प्रथम प्रहर: शाम 6:19 बजे से रात 9:26 बजे तक
- द्वितीय प्रहर: रात 9:26 बजे से 12:34 बजे तक
- तृतीय प्रहर: रात 12:34 बजे से सुबह 3:41 बजे तक
- चतुर्थ प्रहर: सुबह 3:41 बजे से 6:48 बजे तक
इन मुहूर्तों में भगवान शिव की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
पूजन विधि:
- प्रथम प्रहर: शिवलिंग का दूध से अभिषेक करें और 'ह्रीं ईशानाय नमः' मंत्र का जाप करें।
- द्वितीय प्रहर: दही से अभिषेक करें और 'ह्रीं अघोराय नमः' मंत्र का जाप करें।
- तृतीय प्रहर: घी से अभिषेक करें और 'ह्रीं वामदेवाय नमः' मंत्र का जाप करें।
- चतुर्थ प्रहर: शहद से अभिषेक करें और 'ह्रीं सद्योजाताय नमः' मंत्र का जाप करें।
प्रत्येक प्रहर में अभिषेक के बाद बेलपत्र, धतूरा, भांग, फल, फूल, इत्र, गंगाजल, पंचामृत, वस्त्र, कुमकुम आदि से शिवलिंग का श्रृंगार करें। पूजा के दौरान 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप विशेष फलदायी होता है।
इस दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है:
"ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥"
इस मंत्र के जाप से आरोग्य, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करके भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें और अपने जीवन को सुखमय बनाएं।
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